चेहरे की सुंदरता में नाक ही चार चांद लगाती है, लेकिन नाक की बनावट में कई तरह की खामियाँ हो सकती हैं जैसे नाक टेढ़ी, धंसी हुई या चपटी, अत्यधिक चौड़ी, पसरी या फैली हुई, अत्यधिक उठी हुई या पतली हो सकती है.
इनमें से किसी भी खामी को नोज प्लास्टी जिसे राइनोप्लास्टी के नाम से भी जाना जाता है, से दूर करके नाक को मनचाहा आकार प्रदान किया जा सकता है. चपटी, चौड़ी या फैली, पसरी या धंसी हुई नाक को बोन कार्टिलेज या सिलिकॉन प्रत्यारोपण से मनमाफिक आकार दिया जा सकता है.
मोटी या थबरी नाक से ‘हम्प रिडक्शन’ के सहारे फालतू ऊतकों (टिश्यू) को हटा कर उसे पतली किया जा सकता है और उसे सही आकार दिया जा सकता है. नाक का ऑपरेशन 16 साल की उम्र के बाद कभी भी किया जा सकता है, क्योंकि उस समय तक नासिका उतकों का पूर्ण विकास हो चुका होता है. यह ऑपरेशन नाक को सुन्न करके किया जाता है. इसके लिए एक दिन अस्पताल में रहने की जरूरत पड़ती है.