किशोरों में अपने लुक्स को लेकर आजकल कुछ ज्यादा ही जागरूकता आ गई है. उन्हें अपनी त्वचा और चेहरे की सुंदरता को लेकर बड़ी चिंता बनी रहती है.
किशोरावस्था के दौरान तेजी से होने वाले हॉर्मोनल परिवर्तन के कारण चेहरे तथा त्वचा संबंधित समस्याएं पैदा होती हैं. इस दौरान होने वाली प्रमुख समस्याओं में से एक मुहांसे भी हैं. मुहांसों से निपटने के लिए किशोर बाजार में उपलब्ध तमाम क्रीम और दवाओं का इस्तमाल करते हैं और जब परिणाम संतोषजनक नहीं मिलते तो मानसिक तनाव के शिकार हो जाते हैं.
मुहांसों की वजह से चेहरा बदसूरत लगता है. इससे उनमें आत्मविश्वास की कमी हो जाती है. इस वजह से वे खुद को अपनी मित्र मंडली से दूर तक कर लेते हैं. जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और तनावपूर्ण जीवनशैली भी त्वचा से संबंधित समस्याओं के कारण हैं.