काजल या आई लाइनर लगाने के बाद भी कई बार आंखें सूनी लगती हैं। यह सूनापन मस्कारे से दूर हो सकता है। मस्कारा आंखों को आउटलाइन देता है और इससे पलकों की खूबसूरती कई गुणा बढ़ जाती है और आंखें बड़ी, चमकदार और रिफ्रैशिंग नजर आती है...
कहते है आंखें चेहरे का आईना होती है। चेहरे को निखारने और व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाने में आंखों का सबसे अधिक महत्व होता है। अगर किसी पार्टी में जा रही हैं तो आंखों के मेकअप पर खास ध्यान दें।
जब भी मेकअप करें, शुरुआत आंखों के मेकअप से करें, क्योंकि ऐसा करने से आपका आइशैडो और मस्कारा आपके फाउंडेशन और कंसीलर को खराब नहीं करेगा। इसलिए पहले अपनी पलकों पर आइशैडो लगाएं जो आपको एक ग्लो तो दे, पर भड़कीला नही लगे। आई शैडो पलकों पर अच्छी तरह से फैलाएं। इसके बाद लाइनर और फिर मस्कारा लगाएं। आईलैशेज को बड़ा और मोटा दिखाने के लिए मस्कारे का प्रयोग किया जाता है। मस्कारा लगाने से आंखें बहुत इंप्रेसिव लगती हैं। मस्कारा हमेशा वाटरप्रूफ ही इस्तेमाल में लाएं।
मस्करा लगते समय रखे इन बातों का ध्यान
-मस्कारा लगाने के पहले ब्रश को ब्लॉटिंग पेपर पर रखें। इससे अतिरिक्त मस्कारा हट जाएगा और आंखों पर फैलेगा नहीं।
-ऊपर की आईलैशेज पर मस्कारा लगाते समय नीचे की ओर देखें और अंदर से बाहर की ओर मस्कारा लगाएं। इसी प्रकार नीचे की ओर आईलैशेज पर मस्कारा लगाते समय ऊपर की ओर देखें और अंदर से बाहर की ओर मस्कारा लगाएं।
-हमेशा कर्लर के प्रयोग के बाद मस्कारे का प्रयोग करे। इससे मस्कारा फैलेगा नहीं और एकसार लगेगा। तीन महीने से ज्यादा किसी मस्कारे का प्रयोग न करे।
-मस्कारा लगाने के बाद लैशेज को आई कांब करें, इससे पलकें चिपकेंगी नहीं।