बारबेल कर्ल: इसकी बेसिक कसरत में कंधों की चौड़ाई पर रॉड को पकड़ कर कर्ल करते हैं. यह साइज, शेप और स्ट्रेंथ तीनों की एक्सरसाइज है. इस कसरत को आप शोल्डर रॉड, छह फुट वाली रॉड, ई जेड बार या छोटी रॉड के साथ कर सकते हैं. हमारी सलाह है कि रॉड बदलते रहें. इसमें भी क्लोज ग्रिप, वाइड ग्रिप और नॉर्मल ग्रिप के साथ यह कसरत की जाती है. यहां हमारी सलाह है कि ग्रिप भी बदलते रहें.
इंक्लाइन डंबल कर्ल: बाइसेप्स का साइज बढ़ाने वाली कसरत है यह. चाहे डबल हैंड करें सा सिंगल हैंड करें मगर अपने शेड्यूल में इसे शामिल किया करें. अगर आप साइज बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं तो इस कसरत में रैप कि गिनती आमतौर पर ज्यादा से ज्यादा 12 रखा करें. इसके अलावा इस एक्सरासज को दूसरे या तीसरे नंबर पर किया करें. कैसे करें सही ढंग से इंक्लाइन डंबल कर्ल.
डंबल बाइसेप्स कर्ल: वो कसरत है, जिसमें बाइसेप्स के सबसे ज्यादा मसल्स इनवॉल्व होते हैं. यह साइज और शेप दोनों की कसरत है. यह सबसे पॉपुलर भी है. बस इतना ध्यान रखना चाहिए कि इस कसरत में सारा मूवमेंट कंट्रोल में रहे. डंबल को झूले की नहीं झुलाना है और न ही खुद बहुत आगे पीछे होना है. सही ढंग से करेंगे तो यह अच्छा काम करेगी.
प्रीचर कर्ल: यह कसरत भी साइज और शेप दोनों बनाती है और बहुत जरूरी कसरतों में है. यह एक्सरसाइज बाइसेप्स में पंप लाती है. इसे आमतौर पर शुरू में नहीं किया जाता. अगर शुरू में कर लेंगे तो बाकी एक्सरासइज करने में दिक्कत होगी. इससे हाथ भर जाते हैं. इनके अलावा जो कसरतें हैं उन्हें अपने हिसाब से करते रहें.