यदि आपके बाल समय से पहले ही सफ़ेद हो रहे है तो नीचे दिए तरीके को जरूर अपनाए. एक चम्मच भर आंवला चूर्ण दो घूंट पानी से सोते समय अंतिम वस्तु के रूप में लें. असमय बाल सफेद होने और चेहरे की कान्ति नष्ट होने पर असर करता है. साथ ही स्वर को मधुर और शुद्ध बनाता है तथा गले की घर-घराहट भी इससे ठीक हो जाती है.
इसके अलावा आंवला चूर्ण का लेप भी फायदा करता है. सूखे आंवलों के चूर्ण को पानी के साथ लेई बनाकर इसका खोपड़ी पर लेप करने तथा पाँच दस मिनट बाद केशों को जल से धो लेने से बाल सफेद होने और गिरने बन्द हो जाते है.
यदि ऊपर दिए दोनों तरीके काम ना करे तो आंवला जल से सिर धोना ट्रॉय करे. इसके लिए 25 ग्राम सूखे आंवलों के यवकूट (मोटा-मोटा कूटकर) किए हुए टुकड़ों को 250 ग्राम पानी में रात को भिगो दें. प्रातः फूले हुए आंवलों को कड़े हाथ से मसलकर सारा जल पतले स्वच्छ कपड़े से छान लें. अब इस निथरे हुए जल को केशों की जड़ों में हल्के-हल्के अच्छी तरह मलिए और दस बीस मिनट बाद केशों को सादे पानी से धो डालिए. रूखे बालों को सप्ताह में एक बार और चिकने बालों को सप्ताह में दो बार धोना चाहिए. आवश्यकता हो तो कुछ दिन रोजाना भी धोया जा सकता है. केश धोने के एक घंटे पहले या जिस दिन केश धोने हों, उसके एक दिन पहले रात में आंवलों के तेल की मालिश केशों में करें.